अल्मोड़ा,
चमौली,
उत्तरकाशी और
नैनीताल सबसे अधिक क्षतिग्रस्त इलाको में शामिल है यहाँ पर करीबन 25 से अधिक घरों के विखंडित होने की बात सामने आई है. कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान के निकट कई पर्यटक भी इस भारी वर्षा से क्षतिग्रस्त हुए है बिजली और संचार लाइनों टूट चुकी है.सरकार का आदेश दिया है स्कूलों मंगलवार तक बंद किया जाय.
बढ़ते पानी का स्तर
ऋषिकेश और हरिद्वार में देखा जा सकता है,
हरिद्वार गंगा में जल स्तर खतरे के निशान से लगभग दो मीटर ऊपर है जल टिहरी बांध से जारी किया गया था.
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उत्तराखंड में बाढ़ का खतरा |
"यदि यह निशान 830 फुट को लांघ गया तो, वहाँ एक भारी नुक्सान हो सकता है क्यों की बांध के पानी को धारण करने की क्षमता 830 फीट है. हो सकता है की इसकें परिणाम स्वरुप कोटेश्वर बांध अतिप्रवाहित होगा. ऋषिकेश, हरिद्वार और पश्चिमी देशों के कुछ हिस्सों में भारी क्षति की आशंका जताई गई है, "रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड. ने यह सूचना को बयान किया है.
असहाय ग्रामीणों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा पुरुषों और संसाधनों को भेजा जा रहा है.
राष्ट्रीय आपदा रिस्पांस फोर्स से 20 नावों के साथ 100 जवानों को हरिद्वार, और अन्य १२५ जवानों और 25 नौकाओं का एक और बैच ऋषिकेश के लिए भेजा गया है. मेघालय के मौसम जानकारों के अनुसार बिखरे हुए बादल से उत्तराखंड में भारी मात्रा में बारिश होने के आसार है,
"मेरी तो इन्द्रदेव से बस यही कामना है रहम करो प्रभु रहम."
धन्यवाद.
आपका अपना योगेश चन्द्र उप्रेती
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